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Exercise Reduce Risk Of Anxiety : आज के भागदौड़ भरे लाइफस्टाइल में दुनिया में सबसे आम बीमारी जो लोगों में देखी गई वो है, घबराहट, चिंता या बेचैनी. जिसको एंग्जाइटी (Anxiety) भी कहा जाता है. दैनिक जागरण में छपी खबर के अनुसार, अब एक ताजा रिसर्च में दावा किया गया है कि रेगुलर एक्सरसाइज करने से एंग्जाइटी को रोकने में मदद मिलती है. स्टडी के अनुसार एक्सरसाइज के जरिए एंग्जाइटी के खतरों को रोका जा सकता है. यह स्टडी जर्नल फ्रंटियर्स साइकियाट्री में प्रकाशित की गई है.

इस अध्ययन के निष्कर्ष बताते हैं कि जो लोग नियमित व्यायाम करते हैं, उनमें चिंता विकसित होने का जोखिम लगभग 60% तक कम हो सकता है. दो दशकों से अधिक समय तक फैले लगभग 400,000 लोगों के डेटा का उपयोग करते हुए, स्वीडन में लुंड विश्वविद्यालय (Lund University ) के लेखक भी एक्सरसाइज परफोर्मेंस लेवल में ध्यान देने योग्य अंतर की पहचान करने में सक्षम थे.

60 प्रतिशत कम रिस्क
यूनिवर्सिटी में डिपार्टमेंट ऑफ एक्सपेरिमेंटल मेडिकल साइंस की तरफ से इस स्टडी के पहले राइटर, मार्टीन स्वेन्सन, और उनके सहयोगी टॉमस डीयरबोर्ग के अनुसार, “हमने पाया कि अधिक शारीरिक रूप से सक्रिय जीवन शैली वाले समूह में 21 साल तक की अनुवर्ती अवधि (Follow up Period) में एंग्जाइटी से संबंधित परेशानियों के बढ़ने का लगभग 60% कम रिस्क था. शारीरिक रूप से एक्टिव लाइफस्टाइल और चिंता के कम जोखिम के बीच यह संबंध पुरुषों और महिलाओं दोनों में देखा गया. “

कोई भी एक्सरसाइज जरूरी
हमारे मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए जब आनलाइन खोज की जाती है तो तरह-तरह के उपाय मिल जाते हैं. अध्ययन में पता चला है कि मानसिक रूप से स्वस्थ रहने और भविष्य में भी इसको बरकरार रखने के लिए सबसे आसान उपाय है, नियमित रूप से व्यायाम. ये जरूरी नहीं है कि इसके लिए कोई विशेष व्यायाम किया जाए. आप कोई भी खेल में भाग ले सकते हैं या फिर नियमित रूप से पैदल चल सकते हैं.

दुनिया के 10 फीसद लोग ऐसे होते हैं, जिनमें उम्र से पहले ही एंग्जाइटी डिसआर्डर सामने आने लगता है. महिलाओं में यह बीमारी ज्यादा देखी जाती है.