निर्भया सामूहिक दुष्कर्म व हत्याकांड के दोषी अक्षय ठाकुर को नई दिल्ली की तिहाड़ जेल में शुक्रवार की सुबह फांसी दिए जाने के बाद शव का पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया गया था। स्वजन उसका शव लेकर शनिवार की सुबह अपने गांव पहुंचे, जहां अक्षय ठाकुर नौ साल के बेटे ने उसे मुखाग्नि दी।

फांसी की सजा होने के एक दिन पहले अक्षय की पत्नी पुनीता कुमारी, भाई व अन्य स्वजन दिल्ली पहुंच चुके थे और फांसी होने के बाद जेल प्रशासन की ओर से उसके स्वजनों को शव सौपे जाने के बाद। उसका शव लेकर स्वजन शुक्रवार को ही औरंगाबाद जिले के ठाकुर टंडवा थाना क्षेत्र के करमा लहंग गांव रवाना हो गए थे।