मुंबई: महाराष्ट्र के पालघर में कट्टरपंथियों ने दो निर्दोषों सन्यासियों की पीट पीट कर हत्या कर दी है. इससे सभी संतों और आम जनमानस में आक्रोश व्याप्त हो गया है. संतों की हत्या पर अब तक राज्य की शिवसेना सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है और हत्यारे खुलेआम घूम रहे हैं. निर्ममतापूर्वक जिन संतों को मारा गया उनका नाम कल्पवृक्ष गिरि और सुशील गिरि है.
जानिये घटना का पूरा वर्णन
मारे गए संत कल्पवृक्ष गिरि ,सुशील गिरि और उनका ड्राइवर मुंबई से सूरत अपने साथी की अंत्येष्टि में शामिल होने जा रहे थे. दोनों साधुओं को ही अपने साधी का अंतिम संस्कार करना था. महाराष्ट्र गुजरात बॉर्डर पर इनकी गाड़ी को रोक लिया गया और वापस भेज दिया गया. इसके बाद तीनों ने सूरत जाने के लिए दूसरा रास्ता चुना.
पालघर लिंचिंग पर भड़के संत, अखाड़ा परिषद की चेतावनी- एक्शन हो, नहीं तो करेंगे महाराष्ट्र कूच
महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग पर संत समाज में नाराजगी देखने को मिल रही है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद् ने भी इस घटना पर गुस्सा जाहिर किया है. साथ ही अखाड़ा परिषद ने कहा है कि महाराष्ट्र में रावण राज चल रहा है और अगर जिम्मेदार लोगों पर एक्शन नहीं होता है तो लॉकडाउन के बाद नागा साधुओं की फौज महाराष्ट्र कूच करेगी.
साधुओं की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्य्क्ष नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा है कि महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़े के दो संतों के साथ जो हुआ वो बेहद दर्दनाक है. उन्होंने कहा कि साधुओं की मौत पर मुझे आश्चर्य है कि यह मनुष्य नहीं कर सकता, राक्षस लोग ही ऐसा कर सकते हैं.
बता दें कि पालघर में 16 अप्रैल की रात भीड़ ने दो संतों को पीट-पीटकर मार दिया. कहा जा रहा है कि चोर और डकैतों की अफवाह के चलते इलाके में पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं.
नरेंद्र गिरी महाराज ने ये भी कहा कि महाराष्ट्र में अब रावण राज आ गया है, जहां निर्दोष संत-महात्माओं को मारा जा रहा है, बिना किसी अपराध के मारा जा रहा है. यह घटना निंदनीय है. हमलावरों को राक्षस बताते हुये नरेंद्र गिरी महाराज ने उन्हें तत्काल गोली मार देने की बात भी कही. उन्होंने कहा कि ये राक्षस हैं और राक्षसों को मारने में कोई पाप नहीं लगता.
इसके साथ ही नरेंद्र गिरी महाराज ने ये भी कहा है कि पुलिस खुद संतों को पकड़कर ले गई और भीड़ के बीच छोड़ दिया. ये आरोप लगाते हुये नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि जो पुलिसकर्मी घटना के वक्त वहां मौजूद थे उन्हें बर्खास्त किया जाये, अगर ऐसा नहीं हुआ तो 3 मई के बाद नागा साधु महाराष्ट्र कूच करेंगे.
पालघर,महाराष्ट्र से सलीम कुरैशी की रिपोर्ट।